आईजा के प्रयासों को मिली सफलता – जिला एसपी शुक्ल का किया बहुमान
पैदल विहार करने वालों को जिला पुलिस देगी सुरक्षा – एसपी शुक्ल
निर्देश जारी करने पर आईजा ने किया पुलिस अधीक्षक का सम्मान कहा थेँक्यु
थांदला – झाबुआ।
विगत कुछ वर्षों से पैदल विहार करने वालें साधु संतों के दुर्घटनाग्रस्त हो जाने की खबरें बहुत ही ज्यादा आ रही थी। दिल्ली, महाराष्ट्र, राजस्थान, गुजरात के हाइवे पर इस तरह की घटनाओं से देश में संत महात्माओं के अनुयायियों की भावनायेँ भी आहत होती है। पैदल विहार करने वालों में अधिकांश जैन समाज के संत-सतियाजी होते है ऐसे में अनेक जैन सामाजिक संगठनों ने इसके लिए आवाज उठाते हुए शासन प्रशासन से देश का भविष्य बनाने वालें आत्मसाधना में लीन रहने वालें इन साधकों की सुरक्षा की आवाज उठाई है। ऑल इण्डिया जैन जर्नलिस्ट एसोसिएशन (आईजा) के राष्ट्रीय व प्रादेशिक पदाधिकारी भी देश प्रदेश में अपने संगठन के माध्यम से संत सुरक्षा की मांग करते रहे है। ऐसे में आईजा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पवन नाहर व प्रदेश उपाध्यक्ष समकित तलेरा ने अपने गृह जिलें में जिला पुलिस अधीक्षक पद्म विलोचन शुक्ल से मुलाकात करते हुए उनसे जिला परिधि में संतों की सुरक्षा की मांग रखी। जिला पुलिस अधीक्षक ने कहा कि जनता की सेवा व उन्हें सुरक्षा प्रदान करना ही पुलिस का काम है ऐसे में संतों की सेवा सुरक्षा का अवसर उनके कर्तव्य पथ पर मिल जाता है तो यह सोने पे सुहागा ही कहा जायेगा। एसपी शुक्ल ने उक्त मांग पर तत्काल कदम उठाते हुए जिलें के अधीनस्थ पुलिस थाना व चौकी प्रभारियों को निर्देशित करते हुए पत्र लिखा कि सभी थाना व चौकी प्रभारी अपने जिलें की सीमा में पैदल आ रहे संत-सतियों, महात्माओं को अन्य जिलें या राज्य की सीमा में सकुशल छोड़ेंगें। इसके लिए उन्होंनें आईजा के पदाधिकारियों से कहा कि सभी संघ समाजजनों को भी विहार समिति बनाकर उन्हें सुरक्षा प्रदान करना चाहिए वही जब भी संत सतियों का जिलें में प्रवेश हो तब निकट के थाना अथवा चौकी प्रभारी को भी अवश्य सूचित करें ताकि वे आवश्यकता के अनुसार संतों के विहार में उन्हें सुरक्षा दे सके। उल्लेखनीय है कि जैन संत सतियाजी को आगामी 20 जुलाई से शुरू हो रहे चातुर्मास के पूर्व अपने निर्धारित स्थानों पर जाना होता है ऐसे में वर्षाकाल पूर्व इस समय ही उनके विहार भी ज्यादा होते है वही बढ़ते अनियंत्रित यातायात व असुरक्षा के कारण दुर्घटनाएं भी अधिक होती है ऐसे में यदि स्थानीय प्रशासन फ़ॉलोप की तरह एक दूसरे को सूचना देते हुए अपनी सीमा में संतों की सुरक्षा के इंतजाम करें तो कोई भी संत दुर्घटना का शिकार नही होगा।
झाबुआ ज़िलें के पत्र को माध्यम बनाकर हर जिलें में करवाएंगें व्यवस्था – आईजा
आईजा के राष्ट्रीय अध्यक्ष हार्दिक हुण्डिया (मुम्बई) ने पवन नाहर, समकित तलेरा के कार्यों की सराहना की है वही आईजा के मुख्य सलाहकार प्रदीप जैन, नव निर्वाचित प्रदेशाध्यक्ष प्रदीप बाफना व मुख्य महासचिव दीपक दुग्गड़, निवृत्तमान अध्यक्ष राजकुमार हरण आदि पदाधिकारियों ने एसपी साहब के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया है वही आईजा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पवन नाहर व प्रदेश उपाध्यक्ष समकित तलेरा ने एसपी ऑफिस पहुँच कर एसपी पद्म विलोचन शुक्ल के निर्देश के प्रति धन्यवाद ज्ञापित करते हुए उन्हें जिन शासन का दुपट्टा पहनाकर स्वागत सम्मान किया। आईजा के प्रयासों को गति देते हुए प्रदेशाध्यक्ष प्रदीप बाफना ने कहा कि आईजा के सभी पदाधिकारियों व सदस्यों के माध्यम से हर जिलें में जिला पुलिस अधीक्षक से मिलकर इस लेटर की तरह सभी पुलिस थानों व पुलिस चौकियों पर उनकी सीमा में आ रहे संत सतियों की चाहे वे किसी भी समुदाय के हो उन्हें सुऱक्षा प्रदान करवाएगें। इसके लिए उन्होंनें हर धर्मावलंबियों से भी आग्रह करते हुए कहा कि अपने यहाँ आने वालें संत सतियों की जानकारी उनके विहार रूट के साथ पुलिस को अवश्य दे ताकि पुलिस यातायात व्यवस्था में सहयोगी बनकर संत सुरक्षा में अपना योगदान सुनिश्चित कर सके।