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संयत मुनि जी आदि मा सा का हुआ नगर प्रवेश

 

 

धरती आसमां को जयकारों से गुंजायमान करते हुए अणुवत्स श्री संयतमुनिजी ठाणा 4 का थांदला में हुआ भव्य मंगल प्रवेश

आत्मोत्कर्ष के लिए सभी करें मंगल प्रवेश – सनयतमुनिजी

छलकते उत्साह से डुंगरांचल में श्रद्धालुओं का उमड़ा हुजूम

थांदला। जैनाचार्य जिन शासन गौरव पूज्य श्री उमेशमुनिजी म.सा. “अणु” के सुशिष्य बुद्धपुत्र प्रवर्तक श्री जिनेंद्रमुनिजी के आज्ञानुवर्ती अणुवत्स श्री संयतमुनिजी, आदित्यमुनिजी, अमृतमुनिजी व अचलमुनिजी ठाणा – 4 का थांदला नगर में 20 जुलाई से शुरू होने वालें चातुर्मास कल्प के लिए शुक्रवार को भव्य मंगल प्रवेश हुआ। संत मंडल के मंगल प्रवेश को लेकर सकल जैन समाज एवं जैनेत्तर धर्मप्रेमी जनों में जबर्दस्त उत्साह दिखाई दिया। मुनि मंडल का सैलाना, पिपलौदा, रावटी, करवड, बामनिया, खवासा, कुशलगढ़ आदि क्षेत्रों में धर्म प्रभावना करने के पश्चात यहां चातुर्मासार्थ मंगल पदार्पण हुआ। जानकारी देते हुए संघ प्रवक्ता पवन नाहर समकित तलेरा ने बताया कि करीब 27 वर्षों बाद एक ही परिवार के 5 संत सतियों के चतुर्विद संघ चातुर्मास के लिए संत मंडल की अगवानी हेतु यहाँ विराजित प्रवर्तकश्री जिनेंद्रमुनिजी की आज्ञानुवर्तिनी साध्वीश्री निखिलशीलाजी व साध्वी मंडल सहित नगर परिषद अध्यक्ष प्रतिनिधि सुनिल पणदा, पार्षद राजू धानक, दिगम्बर समाज अध्यक्ष अरुण कोठारी, अनूप मिंडा, श्वेताम्बर मूर्तिपूजक संघ अध्यक्ष कमलेश जैन दायजी, यतीश छिपानी आदि सहित अन्य पदाधिकारीगण, स्थानकवासी समाज अध्यक्ष भरत भंसाली, सचिव प्रदीप गादिया, ललित जैन नवयुवक मंडल अध्यक्ष रवि लोढ़ा, सचिव सन्दीप शाहजी, धर्मलता महिला मंडल अध्यक्ष पुष्पा घोड़ावत सचिव गरिमा श्रीश्रीमाल, अ.भा. चंदना श्राविका मण्डल, अणु आराधना मण्डल, अणु जिनेन्द्र संयत आराधना मण्डल, बाल मण्डल, बालिका मण्डल के साथ कुशलगढ़, लिमड़ी, दाहोद, बड़ौदा, नवसारी, बामनिया, मेघनगर, कल्याणपुरा, झाबुआ, पेटलावद, आलोट, इंदौर सहित बड़ी संख्या में श्रावक-श्राविकाएँ व बच्चें-बुजुर्ग का कुशलगढ़ रोड़ पर मानो सैलाब उमड़ पड़ा। इस मंगल प्रसंग पर सकल जैन समाज की नवकारसी का आयोजन संस्कार पब्लिक स्कूल पर रखा गया जिसका लाभ बुद्धिलाल कांकरिया, शैतानमल लोढ़ा व महावीर गादिया परिवार ने लिया। गुरुदेव के मंगल प्रवेश के साथ ही आसमान से मेघ ने भी रिमझिम फुहारों से मानों गुरुदेव का स्वागत किया इस दौरान गुरुदेव ने संस्कार पब्लिक स्कूल पर संचालक ललित कांकरिया, ममता कांकरिया आदि के साथ स्‍कूल के बच्चों को दर्शन व मांगलिक लाभ दिया।

आत्मोत्कर्ष के लिए सभी करें मंगल प्रवेश

श्री वर्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संघ के अध्यक्ष भरत भंसाली व सचिव प्रदीप गादिया प्रवक्ता पवन नाहर ने बताया कि मंगल प्रवेश यात्रा के दौरान श्रावक – श्राविकाएँ व बच्चें निश्चित ड्रेसकोड पहने गुरुदेव के पीछे अनुशासन में चलते हुए शासन नायक प्रभु महावीर स्वामी के साथ गुरुभगवंतों के धरती आकाश गुंजायमान हो ऐसे जयकारें लगा रहे थे। मंगल प्रवेश यात्रा में छलकते उत्साह के साथ श्रद्धालुओं का हुजूम उमड़ पड़ा। “थांदला के नंदन – कोटि कोटि वंदन”, ये आचार्य अणु के शिष्य हैं, हम भक्तों के भविष्य हैं”, संयम इनका सख्त हैं, तभी तो लाखों भक्त हैं, श्रमण संघ की शान हैं, उमेश गुरु महान है, ऐसे अनेक जयघोष के साथ मंगल प्रवेश यात्रा कुशलगढ़ रोड़ से नगर में प्रवेश कर स्थानीय पौषध भवन पर धर्म सभा के रूप में बदल गई। जहॉ सर्वप्रथम थांदला नगर की नई बहुओं ने मिलकर संवाद के माध्यम से गुरुदेव के भव्य चातुर्मास में धर्म आराधना के ठाठ लगाने की बात कही। धर्म सभा को अणु संदेश देते हुए अणुवत्स ने कहा कि भगवान की आज्ञा से साधु साध्वी चातुर्मास कल्प के लिए गुरुदेव की आज्ञा से तय स्थान पर चातुर्मास करते है ऐसे में अणु नगरी में हमारा आना हुआ आप सब मुझसे परिचित ही है और मेरे लिए भी यह क्षेत्र नया नही है। फिर जीव संसार में क्रमशः योनि, भव, गति, बालवय, युवावय, प्रौढ़वय, स्कूल, कॉलेज, जॉब, व्यापार आदि में प्रवेश करता ही रहा है लेकिन आत्मोत्कर्ष के लिए धर्म में प्रवेश करेगा तभी कल्याण होगा। पूज्य श्री ने कहा कि थांदला आचार्य श्री उमेशमुनिजी की जन्मभूमि है जहाँ धर्म का वातावरण बना हुआ ही है ऐसे में आज सभी के मन मे बड़ा उत्साह व प्रसन्नता दिखाई दे रही है यह प्रसन्नता चातुर्मास के अंत तक कायम रहना चाहिए व अपनी शक्ति सामर्थ्य के अनुसार बिना आमंत्रण के धर्म आराधना करना है। पूज्य श्री ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि वर्षावास आराधना के लिये है आडम्बर के लिये नही इसलिए हर आयोजन में गुरुदेव की भावना का भी ध्यान रखना है। पूज्य श्री ने कहा कि चातुर्मास तो हर बार आता ही है अगले साल फिर आएगा पर यह समय जो बीत गया वह वापस नही आएगा इसलिए मेरे बिना आग्रह के ही आप धर्म आराधना करें तो आपका आत्मोत्कर्ष होकर रहेगा। धर्म सभा में आदित्यमुनिजी ने ओजस्वी वाणी में कहा कि वर्षावास में मेघ व मुनि दोनों बरसते है कितने लोग इस बरसात में भीगते है यह आने वाला वक्त बताएगा। उन्होंनें धर्म आराधना में सबको तैयार हो जाने की बात कहते हुए कहा कि चातुर्मास का सार रागद्वेष को खत्म करना है व संघ समाज में प्यार का वातावरण निर्मित करना है वह जिनवाणी से होगा इसलिए आप 9 से 10 नित्य घर व्यापार को छोड़ कर केवल एक घण्टा जिनवाणी का श्रवण करें मेरी ग्यारंटी है आपको लाभ होगा। उन्होंनें कहा कि जीव को आराधना का अवसर बहुत कम मिल पाता है ऐसे में चातुर्मास का यह अवसर चूकना नही है व पूरा लाभ उठाना है यदि सबने ऐसा किया तो चातुर्मास अपने आप सफल हो जाएगा।। सभा में संत मंडल व साध्वी मंडल ने स्तवन प्रस्तुत किया। धर्मसभा में बामनिया श्रीसंघ के पूर्व अध्‍यक्ष विमल मुथा ने भी बामनिया में अनुपमशीलाजी म.सा. के चातुर्मास में सभी को लाभ लेने का निवेदन किया वही श्री धर्मलता जैन महिला मंडल की अध्यक्ष पुष्पा घोडावत ने भी विचार रखे। संचालन श्रीसंघ के सचिव प्रदीप गादिया ने किया। प्रभावना का लाभ स्व. संतोष बहन रतीचन्दजी श्रीमार परिवार लिमड़ी व मनीष मनोज जैन जैन इलेक्ट्रिक थांदला व गुप्त परिवार ने लिया। सभी गुरुभक्तों के आ‍तिथ्‍य सत्‍कार का लाभ श्रीसंघ ने लिया।

चातुर्मास के सुनहरे पावन सानिध्य का लाभ लेवे

अणुवत्स श्री संयतमुनिजी, मुनि मंडल एवं साध्वीश्री निखिलशीलाजी व साध्वी वृंद सहित चतुर्विद संघ के मिले इस सुनहरे अवसर का पूरा पूरा लाभ लेने का श्रीसंघ ने समस्त श्रावक – श्राविकाओं से अनुरोध किया हैं। अणु बाल मण्डल के अध्यक्ष विशेष तलेरा, सचिव विरल शाहजी ने भी सभी किशोर युवाओं को धर्म लाभ लेने का निवेदन किया है। उल्लेखनीय है कि गुरुभगवंतों के सानिध्य में पुरुषवर्ग के लिए पौषध भवन व महिलाओं के लिए महिला स्थानक पर प्रतिदिन राई प्रतिक्रमण, संवर आदि होंगें वही नित्य श्रावक श्राविकाओं के लिए शिविर, धार्मिक चर्चा, चौवीसी, जाप आदि की सूचना समय समय पर दी जाएगी। 20 जुलाई से आयंबिल नित्य आयम्बिल के साथ तेला लड़ी भी प्रारम्भ की जाएगी। वही गुरुभगवंतों के सानिध्य में तीर्थंकर भगवन्तों के कल्याणक, महापुरुषों की जन्म व पुण्य स्मरण दिवस पर भी अनेक आयोजन होंगें।

आईजा ने दिया प्रशासन को धन्यवाद

आईजा की पहल पर साधु संतों की सुरक्षा के लिए जिला पुलिस अधीक्षक पदम् विलोचन शुक्ल के निर्देश के परिपालन में स्थानीय एसडीओपी रविंद्रराठी के निर्देशन में थांदला थाना प्रभारी ने दो जवानों को थांदला क्षेत्र परिधि में टिमरवानी से ही दो जवान लगा दिए थे जो पूरे समय गुरुदेव के विहार सुरक्षा में सहयोग देते नजर आए इस हेतू संघ व आल इंडिया जैन जर्नलिस्ट (आईजा) परिवार ने सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया है।

 

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