साध्वी निखिलशीलाजी ठाणा 4 के सानिध्य में शुक्रवार को जप तप से मनाया जाएगा पक्खी पर्व
थांदला। आचार्यश्री उमेशमुनिजी के सुशिष्य प्रवर्तक जिनेंद्रमुनिजी की आज्ञानुवर्तिनी साध्वी निखिलशीलाजी, दिव्यशीलाजी, प्रियशीलाजी, दीप्तिजी ठाणा 4 स्थानीय दौलत भवन (महिला स्थानक)पर विराजित हैं। साध्वी मंडल के सानिध्य में प्रात: राई प्रतिक्रमण, प्रार्थना, दोपहर में ज्ञान चर्चा, शाम को देवसीय प्रतिक्रमण, कल्याण मंदिर, चौवीसी आदि विविध आराधनाएँ हो रही हैं। जिसमें श्रावक श्राविकाएँ उत्साहपूर्वक आराधना कर रहे हैं। श्री वर्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संघ के अध्यक्ष भरत भंसाली, सचिव प्रदीप गादिया एवं नवयुवक मंडल के अध्यक्ष रवि लोढ़ा ने बताया कि साध्वी निखिलशीलाजी व साध्वी मंडल के सानिध्य में श्री वर्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संघ द्वारा 05 जुलाई शुकवार को पक्खी पर्व जप, तप, त्याग, तपस्या व विविध आराधनाओं के साथ मनाया जाएगा।
पक्खी पर्व पर व्याख्यान होंगे
पक्खी पर्व दिवस पर दौलत भवन पर साध्वी निखिलशीलाजी आदि ठाणा के व्याख्यान प्रात: 9 से 10 बजे तक होंगे। इस प्रसंग पर श्रावक-श्राविकाएं पौषध, उपवास, आयंबिल, नीवीं, एकासन, बियासन आदि विविध तप आराधना करेगें।
शाम को 07.20 बजे से पक्खी प्रतिक्रमण प्रारंभ होगा। श्रावक वर्ग का प्रतिक्रमण पौषध भवन पर व श्राविका वर्ग का प्रतिक्रमण दौलत भवन पर होगा। श्री संघ ने समस्त श्रावक-श्राविकाओं से पक्खी पर्व पर अधिक से अधिक तप, त्याग एवं अपनी शक्ति अनुसार धर्म आराधना आदि करने का आह्वान किया हैं।
उल्लेखनीय है की प्रत्येक पक्खी पर्व पर बड़ी संख्या में श्रावक -श्राविकाए सामूहिक उपवास सहित विभिन्न आराधना करते है। कई आराधक विगत कई वर्षो से प्रत्येक पक्खी पर्व पर उपवास की आराधना कर रहे है। पक्खी पर्व की आरधना को लेकर श्रावक -श्राविकाओं में विशेष उत्साह दिखाई देता है, वही श्रावक -श्राविकाए अपनी शक्ति अनुसार कुछ न कुछ तप आराधना अवश्य करते है।
*वर्षीतप आराधको के साथ शनिवार को होगे सामुहिक पारणे*
पक्खी पर्व पर सामुहिक उपवास आदि विविध तप आराधना करने वाले समस्त तप आराधको के सामुहिक पारणे वर्षीतप आराधको के साथ शनिवार को स्थानीय महावीर भवन पर होगे सामुहिक पारणे करवाने का लाभ सुरेश ललित कांकरिया परिवार ने लिया है ।